हिन्दी शायरी
14 December 2013
ख्यालो मे आता है जब उसका चेहरा
तो लब पे अक्सर फरियाद आती है
हम भूल जाते है उसके सारे सितम
जब उसकी थोड़ी सी महोबत याद आती है
करना चाहता हू दोस्ती आपसे
लेकिन नाम आपका मैं जनता नही
थोड़ा प्यार माँगा है आपसे
जान आपकी मैं माँगता नही
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